Share Market kya hota hai – दोस्तों अगर आप भी जानना चाहते है कि शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्किट से आप किस तरह पैसे कमा सकते हैं तो आप बिलकुल सही आर्टिकल पढ़ रहे है , आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लीजिये तो आपको शेयर मार्किट के बारे में काफी कुछ पता चल जाएगा |
अर्थशास्त्र कहता है कि लाभ कमाने के लिए भूमि, पूंजी, श्रम, साधन और साहस इन पांच चीजों का मिश्रण जरूरी है।
मगर आज दौर बदल चुका है और ये बदलाव हमें बताता है कि लाभ के लिए आपको इन पांच में से सिर्फ दो की जरूरत है और वो दो तत्व हैं पूंजी और साहस। और इस निवेश का सबसे बड़ा और आसान रास्ता है शेयर मार्केट।
इसके महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया के सब से अमीर लोगों में गिने जाने वाले वारेन बफेट की सफलता का रास्ता भी शेयर बाजार से गुजरता है। भारत में राधाकिशन दमानी का उदाहरण आपने अक्सर सुना होगा।
लेकिन बड़ी हैरानी की बात है कि जहां अमेरिका और यूरोपीय देशों की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा शेयर बाजार में निवेश करता है वहीं भारत में इसका प्रतिशत लगभग चार ही है।
इसकी एक बड़ी वजह है कि हमें शेयर मार्केट को लेकर बहुत ज्यादा समझ ही नहीं है। ऐसे कितने ही लोग होंगे जो निवेश करना चाहते हैं पर जानकारी न होने की वजह से अपने कदम आगे नहीं बढ़ाते।
इसलिए हमने सोचा कि क्यों ना आज इस डर को आपके मन से निकाला जाए।
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शेयर किसे कहते हैं और शेयर मार्केट क्या है – Share Market kya hota hai ?
शेयर यानी हिस्सा या भागीदारी जो कि किसी कंपनी में पैसे लगाकर आप हासिल करते हैं। इसे आप IPO या secondary market से ले सकते हैं।

किसी भी कंपनी को पैसों की जरूरत पड़ने पर या तो उसके प्रमोटर अपनी जेब से पैसा लगाते हैं या लोन लेते हैं। मगर तीसरी स्थिति में कंपनी आम जनता से पैसे लेती है। ऐसे में वो अपना Initial Public Offer (IPO) लाती है। जिसके माध्यम से आप भी अपनी छोटी सी भागीदारी खरीद सकते हैं।
शेयर मार्केट को हम स्टॉक मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज भी कहते हैं। यहां पर शेयर्स, डिबेंचर, डेरिवेटिव जैसे बहुत से निवेश और लेनदेन होते हैं।
लोगों का सबसे बड़ा डर ये है कि शेयर मार्केट बहुत रिस्की है और यहां फाइनेंस के एक्सपर्ट ही टिक सकते हैं। लेकिन दोस्तों ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
आप अगर पिछले दो-तीन साल का ग्राफ भी देखते हैं तो starting point और end point के बीच आपको बढ़त ही मिलेगी। भले ही बीच के समय में कुछ उतार-चढ़ाव नजर आए। यानि कि इन सालों में मार्केट की ग्रोथ ही हुई है। आपको बस थोड़ा धैर्य और समझदारी से काम करना है, तो निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी।
शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाएं ?
इसके लिए आपको जरूरत है थोड़ा धन, डी मैट और ट्रेडिंग अकाउंट, बैंक अकाउंट और थोड़े से साहस की। क्योंकि ये तो तय है कि शेयर मार्केट में जोखिम रहता है। इसके बाद आप ब्रोकर/ ब्रोकरेज फर्म की मदद से या खुद ही शेयर्स की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
ब्रोकर के माध्यम से ये फायदा रहता है कि वो आपको एक क्रेडिट लिमिट दे देते हैं यानि अगर आपकी क्रेडिट लिमिट दस हजार है तो आप दस हजार रुपए तक के शेयर बिना पैसे दिए खरीद सकते हैं। हालांकि इसकी भी टर्म एंड कंडीशन होती हैं और ये पैसे एक तय समय के बाद देने भी पड़ते हैं।
अगर intraday trading है तो उसी दिन वापस करने पड़ते हैं। ये काफी हद तक वैसा ही है जैसा आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल
करते हैं।
शेयर मार्केट किस तरह काम करता है ?
दोस्तों हम ये तो समझते हैं कि कम कीमत पर शेयर खरीदा और ज्यादा कीमत पर बेच कर मुनाफा कमा लिया, पर इसकी टेक्नीक शॉर्ट में समझ लेते हैं।
मान लीजिए किसी कंपनी की कैपिटल एक करोड़ रूपए है और अगर वो अपने एक लाख शेयर लाती है तो हर शेयर की कीमत हुई सौ रूपए। अगर आप दस शेयर लेते हैं तो उस कंपनी में एक हजार रुपए के यानि 0.01% के शेयर होल्डर बन जाते हैं।
अगर कंपनी profit में जाती है और इसकी capital दो करोड़ हो जाती है तो उन शेयर की कीमत एक हजार से बढ़कर दो हजार हो जाती है। अगर घाटे के कारण कैपिटल पचास लाख हो जाती है तो वही शेयर पांच सौ रुपए के हो जाएंगे।
स्टॉक मार्केट इसी आधार पर काम करता है। हालांकि शेयर की कीमत घटने-बढ़ने के लिए और भी बहुत फैक्टर जिम्मेदार होते हैं। अगर आप इनके बारे में डीटेल में जानना चाहें तो कमेंट सेक्शन में बताएं।
ब्रोकरेज कितनी होती है ?
दलाली या ब्रोकरेज की अलग-अलग दरें होती हैं जो कि शेयर खरीदते और बेचते समय देनी होती हैं। ये एक प्रतिशत या फिर उससे कम या उससे ज्यादा भी हो सकती है।
अपने लिए सही शेयर कैसे चुनें ?
एक नए निवेशक के लिए ये फैसला थोड़ा मुश्किल होता है। हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जो आपको सही फैसला लेने में मदद कर सकते हैं।
- सबसे पहले कंपनी के फंडामेंटल चेक करें।
- फंडामेंटलका मतलब मार्केट कैप, PE ratio, EPS, शेयर का 52w हाई और लो प्राइस, कंपनी का नेट प्रॉफिट, debt to equity ratio, प्रमोटर होल्डिंग, ROCE, ROE जैसे बहुत पैरामीटर आते हैं।
- उस सेक्टर की बाकी कंपनियों की परफार्मेंस भी चेक करें।
- कभी भी किसी एक पैरामीटर को देखकर डिसीजन न लें।
- ये सब जानकारी आपको ऑनलाइन मिल जाएगी।
- अगर ये सब शब्द आपके लिए नए हैं तो हमारा ये आर्टिकल आपकी बहुत मदद करेगा जिसमें हमने शेयर बाजार की पूरी terminology आसान तरीके से समझाई है।
- कभी भी किसी की देखादेखी शेयर खरीदने या बेचने का फैसला न करें।
- शुरूआत में बहुत ज्यादा इन्वेस्ट न करें।
- अगर जरूरी समझें तो ब्रोकर या ब्रोकरेज एजेंसी का कन्सल्टेशन जरूर लें।
शेयरों की कीमत कैसे पता करें ?
आज शेयरों के दाम ऑनलाइन देखे जा सकते हैं। BSE और NSE की वेबसाइट पर ये live चलता रहता है। कुछ टीवी चैनल जो कि मार्केट पर नजर रखते हैं उन पर भी इसकी लाइव जानकारी आती रहती है।

इसके अलावा कई मोबाइल ऐप्स हैं जो आपकी मदद करते हैं। इस तरह निवेशक ये निर्णय ले सकता है कि उसे कौन सा शेयर खरीदना या बेचना है।
अफवाहों से बचें –
शेयर मार्केट में tipping शब्द बहुत प्रयोग में आता है। ये कॉन्फिडेंशियल जानकारी होती है। जैसे कौन से शेयर आज बढ़ेंगे या घटेंगे।
जरूरी नहीं है कि हर बार ये सच ही हो। कुछ शरारती तत्व अपने फायदे के लिए ऐसा करते हैं। इसलिए शेयर मार्केट में निवेश सावधानी से करना चाहिए।
टिप पर गौर करना चाहिए मगर पूरी तरह नहीं। और अब कोई भी खबर पता करना बस एक क्लिक की दूरी पर होता है।
ध्यान रखें कि एक अफवाह मार्केट को चढ़ा भी सकती है और गिरा भी सकती है।
शेयर मार्केट में कितना पैसा लगाएं ?
ये सवाल हर निवेशक के मन में आता ही है क्योंकि यहां फायदा है तो घाटा भी है। इसलिए पूरी बचत का निवेश करना समझदारी नहीं है।
इसमें केवल उतना ही निवेश करना ठीक है जितने धन का घाटा उठाने से आपको फर्क न पड़े।
सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें कोई मिनिमम या मैक्सिमम जैसी लिमिट नहीं है। आप चाहें तो 100 रुपए से भी शुरुआत कर सकते हैं।
शेयर बाजार में सफल कैसे हों
शेयर बाजार में सफलता का न तो कोई शॉर्टकट है न ही कोई रूल। इसमें सबसे प्रमुख है धैर्य।
किसी शेयर को तभी खरीदें जब आप उसे होल्ड करने की स्थिति में हों। आज खरीदा कल बेचा वाले हालात में ज्यादा फायदा ब्रोकर या पुराने निवेशकों का होता है। इसलिए वेट एंड वॉच करना ठीक रहता है।
ऐसे में अगर शेयर की कीमत बढ़ती है तो कम्पनी आपको dividend देने का भी सोचती है।
तो ये दोहरा फायदा हो जाता है। इसके अलावा जरूरत होती है मार्केट के ट्रेंड को समझने की और उसके अनुरूप व्यवहार करने की।
शेयर मार्केट में उतरने से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य ले लें वरना उतावलेपन में नुकसान का चांस ज्यादा होगा।
इसके अलावा शेयर बाज़ार के टेक्निकल शब्द जैसे सर्किट लिमिट, ऑप्शनल ट्रेडिंग, CAGR इत्यादि की जानकारी रखना भी बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष – शेयर मार्केट क्या है – share market kya hota hai ?
दोस्तों आज कि इस आर्टिकल “share market kya hota hai” में आपने जाना शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाएं। हमने आपको इसमें बहुत बेसिक लेवल से जानकारी दी है। ताकि अगर आप पहली बार भी शेयर खरीद रहे हों तो आपका पूरा डर निकल जाए और आप निश्चिंत होकर निवेश कर सकें।
एक बात हमेशा याद रखें कि शेयर बाज़ार वित्तीय जोखिम से भरा है इसीलिए कहीं भी निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच समझकर कर ही निवेश करना चाहिए |
अगर आपको हमारा काम पसंद आए तो इसे शेयर जरूर करें। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी जानकारी पंहुचे।
अगर आपके मन में कोई सवाल है या किसी specific topic पर जानकारी चाहते हैं तो हमें जरूर बताएं। हमारे होम पेज पर विजिट करके आप शेयर मार्केट से जुड़े और भी आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
Article by – Nidhi Neer
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